महा कुंभ 2025: AI से होगा भीड़ प्रबंधन

ऐसा पहली बार होगा जब प्रयागराज में 2025 में  होने वाले महा कुंभ  में AI की मदद से भीड़ प्रबंधन किया जाएगा। महाकुंभ में तीर्थयात्रियों की संख्या के लिए एआई-सक्षम कैमरे, आरएफआईडी रिस्टबैंड, ऐप ट्रैकिंग का उपयोग किया जाएगा।

AI कैमरा रखेगा हर गतिविधि पर नज़र

2,500 से अधिक AI-कैमरे लोगों की हर तरह की गतिविधियों पर नजर रखने का काम करेंगे । कुंभ Sah’AI’yak चैटबॉट 11 भाषाओं में महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धांलुओं की मदद करेगा। AI-संचालित पंजीकरण केंद्र खोए हुए लोगों को मिलाने में मदद करेंगे। RFID कलाईबैंड से प्रवेश और निकास बिंदुओं की निगरानी होगी, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित होगी।इन रिस्टबैंड के माध्यम से, आरएफआईडी रीडर का उपयोग करके प्रवेश और निकास समय को ट्रैक किया जाएगा, जिससेआगतुकों को बेहतर सुरक्षा प्रदान किया जा सके। कुंभ Sah’AI’yak चैटबोट को प्रयागराज में महाकुंभ 2025 में आगंतुकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

  • आइये जानते हैँ क्या है Sah’AI’yak की विशेषतायें

कई भाषाओं में सहायक है ये चैटबोट

यह आगंतुकों को 11 अलग-अलग भाषाओं में सहायता कर सकता है, जिससे यह विभिन्न लोगों के समूह के लिए और आसान हो जाता है।

रियलटाइम सपोर्ट

चैटबॉट कुंभ मेले में होने वाले कार्यक्रमों, स्थानों और उपलब्ध सेवाओं के बारे में वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है।यह चैटबोट खोये व्यक्तियों ओ AI-संचालित पंजीकरण केंद्रों तक पहुँचाता है और उनके परिजनों या समूहों से मिलाने में मदद करता है।

Mahakubh 2025,Prayagraj

सुरक्षा जानकारी

चैटबॉट आगंतुकों को आपातकालीन संपर्क जानकारी प्रदान करता है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करता हैँ ।

श्रद्धांलुओं को नेविगेशन सहायता

यह आगंतुकों को दिशा-निर्देश और मानचित्र प्रदान करके विशाल कुंभ मेला मैदान में नेविगेट करने में मदद करता है।
इस AI-संचालित चैटबॉट का उद्देश्य महाकुंभ के अनुभव को सभी के लिए सहज और अधिक आनंददायक बनाना है।

AI-संचालित पंजीकरण केंद्र

जब किसी के खो जाने की सूचना मिलती है, तो उसे AI-संचालित पंजीकरण केंद्रों में से किसी एक में ले जाया जा सकता है। ये केंद्र ऐसी स्थितियों को कुशलतापूर्वक संभालने के लिए सुसज्जित हैं।

महाकुम्भ मेले में गुम हुए लोगो Sah’AI’yak AI चैटबोट ke माध्यम से कैसे खोजा जाएगा?

डेटा मिलान द्वारा

चैटबॉट खोए हुए व्यक्तियों और उनके परिवारों द्वारा प्रदान की गई जानकारी को क्रॉस-रेफ़रेंस करने के लिए उन्नत डेटा मिलान तकनीकों का उपयोग करता है, जिससे उन्हें जल्दी से पहचानने और फिर से मिलाने में मदद मिलती है।

RFID रिस्टबैंड के माध्यम से

यदि खोया हुआ व्यक्ति RFID रिस्टबैंड पहने हुए है, तो चैटबॉट उनके स्थान को ट्रैक कर सकता है और पंजीकरण केंद्र तक सटीक दिशा-निर्देश प्रदान कर सकता है।

RFID wristbands

बहुभाषी समर्थन

चैटबॉट की 11 भाषाओं में संवाद करने की क्षमता यह सुनिश्चित करती है कि भाषा संबंधी बाधाएँ खोए हुए व्यक्तियों को फिर से मिलाने की प्रक्रिया में बाधा न बनें।

यह प्रणाली यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है कि खोए हुए व्यक्तियों को जल्द से जल्द और सुरक्षित रूप से ढूँढा जाए और उनके प्रियजनों से फिर से मिलाया जाए।

ये भी जानिए-

प्रयागराज में महा कुंभ मेला, आध्यात्मिकता और एकता का प्रतीक है, जो अपने पवित्र स्नान (स्नान) तिथियों के लिए प्रसिद्ध है। भक्तों का मानना है कि पवित्र जल में ये डुबकी आत्मा को शुद्ध करती है।



2025 के लिए प्रमुख स्नान तिथियाँ हैं:

पौष पूर्णिमा (13 जनवरी): कुंभ की शुरुआत का प्रतीक है।

मकर संक्रांति (14 जनवरी): अंधकार से प्रकाश की ओर बदलाव का प्रतीक है।

मौनी अमावस्या (29 जनवरी): महाकुम्भ 2025 में स्नान के लिए सबसे शुभ दिन है ये।

बसंत पंचमी (3 फरवरी): वसंत के आगमन की खुशियां मनाता है।

माघी पूर्णिमा (12 फरवरी): नदियों के किनारे बसने वाले आर्यों का सम्मान करता है।

महा शिवरात्रि (26 फरवरी): भगवान शिव को समर्पित है।

ये तिथियाँ गहन आध्यात्मिक महत्व रखती हैं।

Naga Sadhu at Mahakubh 2025

 

Spread the love

Leave a Comment